नई दिल्ली रविवार को हुए नीट मेडिकल एग्जाम में भी बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. सीबीआई ने 8 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है. इसमें फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड भी शामिल है. दिल्ली फरीदाबाद समेत अनेक जगहों से ये गिरफ्तारी की गई हैं. बच्चों की जगह जो दूसरे लोग एग्जाम दे रहे थे, उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है. मास्टरमाइंड सुशील रंजन गौतमनगर दिल्ली का निवासीहै.एफआईआर के अनुसार, केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो( सीबीआई) को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी( एनटीए) द्वारा रविवार को आयोजित नीट परीक्षा में दिल्ली और हरियाणा के कई केन्द्रों पर वास्तविक अभ्यर्थियों की जगह दूसरे लोगों के परीक्षा देने की साजिश की सूचना मिली थी.
जानकारी के अनुसार, सुशील रंजन, बृजमोहन सिंह, पप्पू, उमाशंकर गुप्ता और कुछ अज्ञात लोग ऐसे साल्वर्स की व्यवस्था करने में शामिल हैं जो दिल्ली/ हरियाणा के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में खुद को असल उम्मीदवार के तौर पर पेश करेंगे. वास्तविक कैंडिडेट्स के स्थान पर ऐसे बहुरूपिये( impersonators) नीट यूजी परीक्षा 2022 में भारी धनराशि के बदले में अपीयरहोंगे.यह भी खुलासा हुआ है कि परीक्षा में अपीयर होने वाले कैंडिडेट्स के यूजर आईडी और पासवर्ड इन संदिग्धों और इनके सहयोगियों की ओर से एकत्र किए गए थे और इसमें जरूरी बदलाव( necessary variations) किए गए थे ताकि योजना के अनुसार परीक्षा केंद्र मिल सके.
आरोप है कि फर्जी अभ्यर्थियों की योजना मोटी रकम लेकर नीट यूजी परीक्षा, 2022 में वास्तविक अभ्यर्थियों के स्थान पर भाग लेने और परीक्षा देने की थी. यह परीक्षा एमबीबीएस में दाखिले के लिए होती है. सीबीआई ने आरोप लगाया है कि आरोपियों ने अभ्यर्थियों से उनका यूजर आईडी और पासवर्ड ले लिया था तथा अपनी पसंद का परीक्षा केन्द्र पाने के लिए आवश्यक बदलाव भी किए थे.
एफआईआर में आरोप है, ‘‘ परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थियों को शामिल कराने के लिए उन्होंने तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ भी की थी.'' एजेंसी ने इस संबंध में सुशील रंजन, बृजमोहन सिंह, पप्पू, उमाशंकर गुप्ता, निधि, कृष्ण शंकर योगी, सन्नी रंजन, रघुनंदन, जीपू लाल, हेमेन्द्र और भरत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है.( भाषा से भी इनपुट)